परिचय
वाराणसी को बनारस या काशी भी कहा जाता है। वाराणसी संसार के प्राचीनतम बसे शहरों में से एक और भारत का सबसे प्राचीनतम बसा शहर है। भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में यह सबसे प्रसिद्ध नगर है। वाराणसी को प्राय:मंदिरों का शहर,भारत की धार्मिक राजधानी,भगवान शिव की नगरी आदि नामों से संबोधित किया जाता है।
Introduction
Varanasi is also known as Banaras or Kashi. Varanasi is one of the oldest inhabited cities in the world and the oldest inhabited city in India. It is the most famous city in the Indian state of Uttar Pradesh. Varanasi is often referred to as the city of temples, the religious capital of India, the city of Lord Shiva, etc.
इतिहास
कहा जाता हैवाराणसी का इतिहास, इतिहास के पन्नौं से भी पुराना है।वाराणसी का मूल नगर काशी था।पौराणिक कथाओं के अनुसार, काशी नगर की स्थापना हिंदू भगवान शिव ने लगभग 5000 वर्ष पूर्व की थी। जिस कारण यह आज तक एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है। कुछ लोगों का मानना है कि, यह वरुणा व अस्सी नदी के बीच बसा शहर है इसलिए इसको वाराणसी बोला जाता है।कहा जाता है कि जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ का जन्म यही हुआ था। धर्म के मामले में काशी हिंदुओं की राजधानी कहा जाता है।
History
The history of Varanasi is said to be even older than the annals of history. The original city of Varanasi was Kashi. According to the Puranic stories, the city of Kashi was founded by the Hindu Lord Shiva about 5000 years ago. Due to which it is an important pilgrimage site till date. Some believe that it is a city between Varuna and Assi river, hence it is called Varanasi. It is said that Parshvanath, the 23rd Tirthankara of Jainism was born here. In terms of religion, Kashi is called the capital of Hindus.
संस्कृति एवं कला
वाराणसी संस्कृति, कला एवं साहित्य से परिपूर्ण है।इस नगर में महान विचारक हुए हैं ,जैसे कबीर,रविदास,तुलसीदास आदि।यहां के कला प्रेमियों और इतिहासवेत्ताओं में राय कृष्णदास,उनके पुत्र आनंद कृष्ण, रवि शंकर, बिस्मिल्ला खां एवं बहुत से अन्य लोगों का नाम उल्लेखित है।
Art and culture
Varanasi is full of culture, art and literature. This city has had great thinkers such as Kabir, Ravidas, Tulsidas, etc. Among art lovers and historians here are Rai Krishnadas, his sons Anand Krishna, Ravi Shankar, Bismillah Khan and many more. The name of the people is mentioned.
वाराणसी महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों में से एक क्यों है?
Why is Varanasi one of the important tourist destinations?
1. दशाश्वमेध घाट
वाराणसी आने वाले ज्यादातर तीर्थ यात्रियों और सैलानियों का स्वागत सबसे पहले इसी घाट के द्वारा होता है।वाराणसी के सबसे प्राचीनतम घाटों में से यह घाट काफी महत्वपूर्ण है।
Dashashwamedh Ghat
Most of the pilgrims and tourists coming to Varanasi are welcomed by this ghat first. This ghat is one of the most important ghats of Varanasi.
2. काशी विश्वनाथ मंदिर
काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित सबसे प्रसिद्ध हिंदू मंदिरों में से एक है। ऐसा माना जाता है कि एक बार इस मंदिर के दर्शन करने और पवित्र गंगा में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
Kashi Vishwanath temple
Kashi Vishwanath Temple is one of the most famous Hindu temples dedicated to Lord Shiva. It is believed that once visiting this temple and bathing in the holy Ganges attains salvation.
3. अस्सी घाट
अस्सी घाट पर्यटको और शोधकर्ताओं के लिए पसंदीदा स्थल है। एक पौराणिक कथा के अनुसार, देवी दुर्गा ने राक्षस शुंभ-निशुंभ का वध करने के बाद यहां ही अपनी तलवार को फेंका था और कहा जाता है कि यह राक्षस बहुत भयानक था।
Assi Ghat
Assi Ghat is a favorite destination for tourists and researchers. According to a legend, Goddess Durga threw her sword here after killing the demon Shumbha-Nishumbha and it is said that this demon was very terrible.
4. नेपाली मंदिर (कथवाला मंदिर)
इस मंदिर की दिलचस्प बात यह है कि यह सीधे आपको 19 वीं सदी के काल में ले जाता है।यह वाराणसी के सबसे पुराने शिव मंदिरों में से एक है। और इस मंदिर को कथवाला मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।
Nepali Temple ( kathwala Mandir)
The interesting thing about this temple is that it takes you straight back to the 19th century. It is one of the oldest Shiva temples in Varanasi. And this temple is also known as Kathwala temple.
5. सारनाथ
सारनाथ,बौद्ध धर्म का प्रमुख तीर्थ स्थल है जो वाराणसी से लगभग 10 पूर्वोत्तर में स्थित है। कहा जाता है कि यहां भगवान बुद्ध ने अपना सबसे पहला उपदेश दिया था।जैन धर्म के अनुसार यह माना जाता है कि 11 वें तीर्थंकर श्रेयांसनाथ का जन्म यहां से थोड़ी दूर पर ही हुआ था।
Sarnath
Sarnath is a major pilgrimage center for Buddhism, located about 10 northeast of Varanasi. It is said that Lord Buddha gave his first sermon here. According to Jain religion, it is believed that the 11th Tirthankara Shreyansanath was born a little away from here.
No comments:
Post a Comment